भोपाल : सहकारिता मंत्री विश्वास कैलाश सारंग को गुरुवार को मंत्रालय में प्रबंध संचालक विपणन संघ आलोक कुमार सिंह ने नई दिल्ली में प्राप्त “स्कॉच’’ अवॉर्ड सौंपा। नई दिल्ली के इण्डिया हेबिटेड सेंटर में आयोजित 100वें राष्ट्रीय स्कॉच समिट में मध्यप्रदेश के सहकारिता विभाग के राज्य सहकारी विपणन संघ (मार्कफेड) को उनके फर्टिलाइजर सप्लाई चैन ऑटोमेशन प्रोजेक्ट आईएफएसएस को प्रतिष्ठित स्कॉच अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। प्रबंध संचालक विपणन संघ सिंह की ओर से आईएफएसएस प्रोजेक्‍ट हेड मंदिरा लोध एवं प्रोजेक्ट मैनेजर नितेन्द्र सिंह द्वारा अवॉर्ड ग्रहण किया गया।

मंत्री सारंग द्वारा खाद वितरण व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिये सूचना प्रौद्योगिकी तकनीक का उपयोग कर उर्वरक वितरण प्रणाली को सुव्यवस्थित करने के निर्देश उर्वरक वितरण की नोडल एजेंसी विपणन संघ को दिये गये थे। मंत्री सारंग के नेतृत्व में विपणन संघ की आईटी टीम द्वारा आईएफएसएस एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का इनहाउस विकास किया गया।

इस एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर में उर्वरक सप्लाई चैन के 6 हजार से अधिक हितधारक (सभी फर्टिलाइजर कम्पनियाँ, मार्कफेड, अपेक्स बैंक एवं उनकी 900 से अधिक ब्रांच तथा 4500 से अधिक पीएसीएस) आईएफएसएस एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के सिंगल प्लेटफार्म पर कार्य कर रहे हैं। प्रदेश में लगभग 60 लाख मीट्रिक टन से अधिक उर्वरक की आवक से लेकर प्राथमिक सहकारी समितियों के माध्यम से कृषकों तक उर्वरक आपूर्ति की रियल टाइम पर केन्द्रीकृत मॉनीटरिंग की जा रही है। इसका उपयोग कृषि एवं सहकारिता विभाग के अधिकारियों तथा सभी जिला कलेक्टर द्वारा इस एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर से किया जा रहा है। इससे कृषकों को उनकी आवश्यकतानुसार उचित मूल्य पर गुणवत्तापूर्ण उर्वरक सुलभता से समय पर उपलब्ध कराया जा रहा है। उर्वरक उपलब्धता की केन्द्रीकृत मॉनीटरिंग, रैक मूव्हमेंट, उर्वरक की डिमाण्ड फोर-कास्टिंग एवं मांग पूर्ति की जानकारी आईएफएसएस पोर्टल के मोबाइल ऐप एम.पी. उर्वरक पर भी उपलब्ध है। मध्यप्रदेश में अब उर्वरक वितरण व्यवस्था पूर्णत: ऑनलाइन एवं पारदर्शी हो गयी है।