झुंझुनूं में सरपंच की गाड़ी को बनाया निशाना, बाल-बाल बचे जनप्रतिनिधि
झुंझुनूं : राजस्थान के झुंझुनूं से एक सीसीटीवी फुटेज वायरल हुआ है. इसमें सूरजगढ़ कस्बे में मंगलवार शाम को अज्ञात बदमाशों ने बीच सड़क पर काकोड़ा सरपंच संदीप डैला की गाड़ी को घेरकर हमला कर दिया. इस हमले में गाड़ी चालक के साथ मारपीट की गई, जबकि गाड़ी में बैठे सरपंच संदीप डैला और उनके साथी देवी सिंह ओला बाल-बाल बच गए. घटना सूरजगढ़ के बारासिया कॉलेज के पास हुई, जिसने इलाके में सनसनी फैला दी है.
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बदमाश तीन कैंपर गाड़ियों में सवार होकर आए थे. उन्होंने पहले दो कैंपर से सरपंच की शिफ्ट गाड़ी को आगे और पीछे से घेर लिया और फिर तीसरे कैंपर से उतरे करीब एक दर्जन बदमाशों ने गाड़ी पर लाठी-डंडों और सरियों से हमला बोल दिया. हमलावरों ने गाड़ी के शीशे तोड़ दिए और चालक को पीट डाला. गनीमत ये रही कि सरपंच और उनका साथी गाड़ी के अंदर ही रहे, जिससे वे किसी गंभीर चोट से बच गए.
सीसीटीवी में कैद हुई वारदात
हमले के बाद घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई, जिसमें पांच हमलावर सरपंच की गाड़ी के सामने लाठी और सरियों से तोड़फोड़ करते हुए नजर आए. पुलिस ने फुटेज को जब्त कर लिया है और बदमाशों की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं. फुटेज के आधार पर कुछ हमलावरों की पहचान भी हो चुकी है और पुलिस उनके पीछे दबिश दे रही है.
थानाधिकारी मौके पर पहुंचे
घटना की सूचना मिलते ही सूरजगढ़ थानाधिकारी हेमराज मीणा पुलिस जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे. उन्होंने घटनास्थल का जायजा लिया और गाड़ी को कब्जे में लेकर एफएसएल टीम को भी मौके पर बुलाया गया. थानाधिकारी मीणा ने कहा- हमले की गंभीरता को देखते हुए मामले की गहनता से जांच की जा रही है. सीसीटीवी फुटेज में कुछ हमलावरों की पहचान हुई है और जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
दिनदहाड़े हमले से दहशत का माहौल
बारासिया कॉलेज जैसे व्यस्त इलाके में शाम के समय हुई इस घटना ने आमजन में खौफ पैदा कर दिया है. कॉलेज परिसर और आसपास के छात्र-छात्राएं, राहगीर और दुकानदार इस घटना से हतप्रभ हैं. जिस तरह से बदमाश खुलेआम सड़क पर सरपंच की गाड़ी को घेरकर हमला कर फरार हो गए, उसने कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं.
‘जान से मारने की थी साजिश’
हमले के बाद सरपंच संदीप डैला ने मीडिया से बातचीत में कहा- हमले की मंशा केवल डराना या धमकाना नहीं, बल्कि मुझे जान से मारने की थी. अगर समय रहते गाड़ी से नहीं निकलते या गाड़ी ड्राइवर सूझबूझ नहीं दिखाता, तो बड़ा हादसा हो सकता था. उन्होंने प्रशासन से हमलावरों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की है और कहा है कि वह इस संबंध में उच्चाधिकारियों से भी शिकायत करेंगे.
आरोपियों की तलाश में दबिश
पुलिस ने हमले में शामिल दोनों कैंपर गाड़ियों की पहचान कर ली है और संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेने की भी सूचना है, हालांकि अभी पुलिस ने आधिकारिक पुष्टि नहीं की है. घटना के बाद पूरे सूरजगढ़ क्षेत्र में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है और संवेदनशील इलाकों में निगरानी रखी जा रही है.
राजनीति से भी जुड़ रहा मामला
सूत्रों की मानें तो यह हमला केवल व्यक्तिगत रंजिश नहीं, बल्कि गांव की राजनीति और सरपंची से जुड़ी खींचतान का परिणाम भी हो सकता है. सरपंच संदीप डैला के कुछ विरोधियों से पिछले चुनावों के दौरान तनातनी रही थी, और यह हमला उसी तनाव का उभरता रूप माना जा रहा है.